टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, 21 नवंबर को दिल्ली में महारैली का एलान
कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में आयोजित टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव में उत्तर प्रदेश के डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही फेडरेशन की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें देशभर के कई राज्यों के प्रतिनिधियों को स्थान मिला है।
नवगठित कार्यकारिणी का गठन
झारखंड के राम मूर्ति ठाकुर महासचिव चुने गए हैं, जबकि संजय सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शिवशंकर पांडेय कोषाध्यक्ष और देवेंद्र श्रीवास्तव संयुक्त महासचिव पद पर निर्वाचित हुए।
उपाध्यक्ष पद पर अनूप केसरी, केदार जैन, मुनीष मिश्रा, विनोद यादव, राधेरमण त्रिपाठी, राजेश धर दुबे, मेघराज भाटी, बालेंद्र चौधरी, दीपक शर्मा और वंदना सक्सेना का चयन किया गया।

सचिव पद के लिए संजीव शर्मा, यशपाल सिंह, वेदप्रकाश मिश्रा, अनुज कुमार, त्रिवेंद्र कुमार, राजेश लिटौरिया, देवेश कुमार, आशुतोष त्रिपाठी, अर्चना तिवारी और कल्पना रजौरिया चुनी गईं। देवेश प्रताप सिंह को एकाउंटेंट तथा पंकज शर्मा को ऑडिटर पद पर सर्वसम्मति से चुना गया।
फेडरेशन की साधारण सभा ने सर्वसम्मति से अरुणेंद्र वर्मा और अजय सिंह को भी राष्ट्रीय सचिव के रूप में शामिल करने की स्वीकृति प्रदान की।
टीईटी नीति पर विरोध और महारैली का ऐलान
चुनाव के बाद अपने संबोधन में नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि 27 जुलाई 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता लागू करना न्यायसंगत नहीं है, क्योंकि यह पहले से सेवा दे रहे शिक्षकों के अधिकारों के खिलाफ है। उन्होंने घोषणा की कि 21 नवंबर 2025 को देशभर के शिक्षक दिल्ली में महारैली करेंगे, जिसके माध्यम से भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने भी स्पष्ट कहा कि किसी भी कानून को उसकी निर्माण तिथि से ही लागू होना चाहिए, अन्यथा यह लाखों शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ के समान है। फेडरेशन ने शिक्षकों से अपील की है कि वे एकजुट होकर इस न्यायसंगत मांग का समर्थन करें।

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