चिंताजनक : फर्जी आधार और पैन कार्ड बना रहा ChatGPT
चिंताजनक : फर्जी आधार और पैन कार्ड बना रहा ChatGPT
नई दिल्ली, एजेंसी। अमेरिकी कृत्रिम बुद्धिमता (AI) कंपनी ओपनए- आई के चैटजीपीटी से असली जैसा दिखने वाला फर्जी आधार और पैन कार्ड बनने लगा है। सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने चैटजीपीटी के नए इमेज जनरेटर की मदद से फर्जी आधार और पैनकार्ड आसानी से बन रहा।
एलन मस्क और सैम ऑस्टमैन के कार्ड भी साझा किए
लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर Tesla कंपनी के मालिक एलन मस्क और Open AI के सीईओ सैम ऑस्टमैन का भी आधार कार्ड साझा किया है जिसमें क्यूआर कोड और आधार नंबर भी दर्ज है। खास बात ये है कि पहली नजर में एआई से बने आधार कार्ड और असली आधार कार्ड में कोई अंतर नहीं दिख रहा है।
- 70 करोड़ से अधिक तस्वीरें 4 ओ इमेज जनरेटर के लॉन्च होने के बाद बनी।
- 15 करोड़ औसतन हर हफ्ते तस्वीर बनाने के लिए ऑनलाइन आए।
आर्यभट्ट के भी असली जैसे आधार कार्ड बना डाले
हैदराबाद के यशवंत साई ने एक्स पर एक पोस्ट साझा की है, जिसमें चैटजीपीटी को कमांड दी गई है कि आर्यभट्ट का आधार कार्ड बनाएं, जिसमें निम्न पता लिखे। कमांड देने के चंद सेकंड बाद ही आर्यभट्ट का आधार कार्ड बन गया। इसके बाद पैन कार्ड बनाने को कहा गया और असली पैनकार्ड जैसा दिखने वाला पैनकार्ड भी बन गया।
GPT-4 o कर रहा मदद
जीपीटी-4o के नेटिव इमेज जनरेशन सिस्टम कार्ड के जरिए ये सब हो रहा। Open AI ने स्वीकारा है कि ये ये मॉडल डाल-ई मॉडल से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि ये सटीक और स्पष्ट तस्वीर बनाने में सक्षम है।
तस्वीर बनाने की होड़ लगी
Open AI के अनुसार, चैटजीपीटी के 4o इमेज जनरेटर के लॉन्च होने के बाद ली इमेज जनरेटर से अब तक 70 करोड़ से अधिक तस्वीरे बनी है। विशेषज्ञों का कहना है कि तस्वीर बनाने की होड़ में लगे लोगों को निजता की ख्याल रखना होगा।
आसानी से धोखाधड़ी संभव
जानकारों का कहना है कि तकनीक का गलत इस्तेमाल कर कुछ लोग धोखाधड़ी को अंजाम दे सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अब आधार और पैन कार्ड के इस्तेमाल को लेकर लोगों को सतर्कता बरतनी होगी।