शासन ने की बड़ी कार्रवाई, बेल्ट पिटाई के वायरल वीडियो वाले BSA साहब हो गए सस्पेंड, यह प्रचारित खबर Fake है।
शासन ने की बड़ी कार्रवाई, बेल्ट पिटाई के वायरल वीडियो वाले BSA साहब हो गए सस्पेंड, यह प्रचारित खबर Fake है।
#सीतापुर: सोशल मीडिया में प्रचारित खबर कि बीएसए व शिक्षक बीच विवाद में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है, पूरी तरह निराधार है। वहीं जेल भेजे गए हेडमास्टर के समर्थन में स्कूल के बच्चे और अभिभावक आ गए हैं। ग्रामीणों ने स्कूल में ताला जड़ दिया है। लोग हेडमास्टर को जेल से रिहा करने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले के कितने किरदार हैं?
इस मामले की जांच में बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह दोषी पाए गए हैं। इस मामले में अवंतिका गुप्ता नाम की एक शिक्षक को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इस महिला शिक्षक के साथ बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह की फोटो वायरल हो रही थी। वहीं बीएसए को उनके ऑफिस में पीटने वाले प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले के जानकार लोगों का कहना है कि बीएसए आरोपी प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा पर शिक्षिका अवंतिका गुप्ता की फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर विवाद था। प्रधानाध्यापक और बीएसए के मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था।
कब और कैसे हुआ था विवाद?
यह घटना 23 सितंबर की है, जब हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे। हेडमास्टर की सफाई बीएसए को पसंद नहीं आई. इसके बाद दोनों में बहस होने लगी। देखते-देखते बहस इतनी बढ़ गई कि हेडमास्टर अचानक से आगे आए और मेज पर फाइल पटकी। उन्होंने कमर से बेल्ट निकालकर बीएसए को पीटना शुरू कर दिया। हेडमास्टर ने छह सेकेंड में बीएसए को पांच बार बेल्ट से मारा. बृजेंद्र कुमार वर्मा सीतापुर जिले के महमूदाबाद क्षेत्र के नदवा स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं।
मारपीट की घटना के बाद बीएसए की शिकायत पर पुलिस ने हेड मास्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन्हें अदालत में पेश किया गया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं बीएसए ने हेड मास्टर को सस्पेंड कर दिया था। हेडमास्टर को सस्पेंड किए जाने का स्कूल के बच्चे और अभिभावक विरोध प्रदर्शन पर कर रहे हैं। ग्रामीणों ने स्कूल में ताला डाल दिया है और बच्चों ने स्कूल में पढ़ने से मना कर दिया है। बच्चे हेडमास्टर को जेल से रिहा करने की मांग कर रहे हैं।