परिषदीय स्कूलों में अध्ययरत छात्र छात्राओं को मार्च तक बंटेगा गजक, टिक्की व भूना हुआ चना
परिषदीय स्कूलों में अध्ययरत छात्र छात्राओं को मार्च तक बंटेगा गजक, टिक्की व भूना हुआ चना
ज्ञानपुर, उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को दिए जाने वाले सप्लीमेंट्री न्यूट्रीशन में मूंगफली का गजक, भूना चना एवं लड्डू मार्च माह तक जारी रहेगा। यदि मार्च के बाद वितरित होने का आदेश शासन स्तर से मिलता है तो बच्चों को इसका लाभ आगे भी दिया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को पौष्टिक आहार देने की दिशा में नवंबर माह से सप्लीमेंट्री न्यूट्रीशन के तहत यह विशेष व्यंजन सप्ताह में एक दिन (बृहस्पतिवार) देने का आदेश जारी हुआ था। पांच माह के लिए इसे चालू किया गया था। बच्चों में इन व्यंजनों को लेकर खासा उत्साह भी देखने को मिला। सप्ताह में एक दिन भूना चना, मूंगफली का गजक एवं लड्डू का सेवन कर बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत भी बन रहे हैं। यह व्यंजन नवंबर माह से शुरू हुआ था जो जो मार्च तक चलेगा।
जनपद भदोही के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में छात्रों को अब मिड डे मील में गजक की चिक्की और भुने हुए चने भी दिए जा रहे हैं। मिड-डे-मील योजना के तहत छात्रों को पोषक तत्व उपलब्ध कराए जाने के लिए हर बृहस्पतिवार को गजक की चिक्की, बाजरे का लड्डू एवं भूना हुआ चना दिया रहा है। प्रति बच्चा पांच रुपये की लिमिट जारी की गई है। पोषण योजना के तहत छात्रों को अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराने के उद्देश्य यह निर्णय किया गया है। हर सप्ताह में एक दिन पांच रुपये प्रति छात्र प्रति दिन की दर से सप्लीमेट्री न्यूट्रीशन उपलब्ध कराया जाएगा। सप्लीमेंट्री न्यूट्रीशन के तहत स्थानीय उपलब्धता के अनुसार मूंगफली की चिक्की, गुड-तिल-मूंगफली की गजक, बाजरे का लड्डू या भुना चना हर छात्र को कम से कम 50 ग्राम दिया जा रहा है। एमडीएम जिला समन्वयक सौरभ सिंह ने बताया कि मेन्यू के अनुसार अलग-अलग तरह के भोजन मिड-डे मील के तहत दिए जाते हैं। पोषण मध्याह्न भोजन के तहत अतिरिक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराया जाएगा। इसका वितरण नंबर माह में शुरू हुआ है जो मार्च तक चलेगा। जिले के कुल 924 स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पौष्टिक आहार ग्रहण करेंगे। इस योजना के तहत अतिरिक्त सप्लीमेंट्री न्यूट्रिशन उपलब्ध कराने के लिए हर दूसरे महीने विद्यालय स्तर पर भोजन निधि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा उपभोग प्रमाण पत्र तैयार बीएसए कार्यालय में उपलब्ध कराया जाएगा।