टीजीटी-पीजीटी शिक्षक भर्ती की परीक्षा जनवरी तक कराने की तैयारी
मेरठ। उप्र. शिक्षा सेवा आयोग के सदस्य डॉ. हरेंद्र कुमार राय ने कहा कि माध्यमिक स्कूलों में टीजीटी-पीजीटी शिक्षकों की भर्ती परीक्षा जनवरी तक कराने की तैयारी है। परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता नहीं होने पर इन परीक्षाओं को बोर्ड परीक्षा के बाद कराया जाएगा। उप्र. प्रधानाचार्य परिषद की शनिवार को एमआईईटी इंस्टीट्यूट् में हुई मंडलीय शैक्षिक उन्नयन विचार संगोष्ठी में पहुंचे डॉ. हरेंद्र ने बातचीत में कहा कि प्रदेश में शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए शिक्षा सेवा आयोग पूरी तैयारी कर रहा है। आयोग की अध्यक्ष ने भी कार्यभार ग्रहण कर लिया है।

प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी परीक्षा होगी टीजीटी-पीजीटी
टीजीटी-पीजीटी आयोग में परीक्षा नियंत्रक की ज्वाइनिंग के बाद आयोग को अब लंबित भर्ती परीक्षाओं पर निर्णय लेना है। अभ्यर्थियों की संख्या के लिहाज से प्रदेश में पुलिस भर्ती के बाद सहायक अध्यापक (टीजीटी) / प्रवक्ता (पीजीटी) दूसरी सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा होगी, जिसके लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग को अतिरिक्त संसाधन जुटाने होंगे।
टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए 13.19 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। ऐसे में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा से लेकर केंद्र निर्धारण और परीक्षा संबंधी अन्य कार्यों के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग को अतिरिक्त इंतजाम करने होंगे। आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष से लेकर सदस्यों, सचिव और परीक्षा नियंत्रक सभी के लिए टीजीटी-पीजीटी जैसी बड़ी भर्ती परीक्षा कराने का अनुभव नया होगा और उनके सामने ढेरों चुनौतियां भी होंगी।
आयोग के सूत्रों का कहना है कि परीक्षा तिथि घोषित करने से पहले सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जानी हैं। यही वजह है कि लंबित परीक्षाओं की तिथि पर निर्णय लेने में देर हो रही है।