14 नवम्बर 2025 को 'बाल दिवस' के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता बढ़ाने हेतु भी विशेष गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जिससे बच्चों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और प्रेम की भावना बढ़े। इस दिन पर्यावरण संबंधी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
1. दिनांक 14 नवम्बर को "बाल दिवस" के अवसर पर पर्यावरण सम्बंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कराया जाना।

- पौधारोपण अभियान: बच्चे मिलकर पेड़-पौधे लगाते हैं, जिससे वे प्रकृति के संरक्षण का महत्व समझ सकें और पर्यावरण में हरियाली बढ़ाने का योगदान दें।
- सफाई अभियानों का आयोजन: स्कूल परिसर की साफ-सफाई करवाई जाएगी, ताकि स्वस्थ वातावरण बना रहे।
- पर्यावरण शिक्षा पर गोष्ठी: बच्चों को पर्यावरण विषय पर ज्ञानवर्धक बातें बताई जाएंगी, जैसे जल संरक्षण, प्लास्टिक प्रदूषण, ऊर्जा बचत आदि।
- रचनात्मक कार्यकम: पर्यावरण संरक्षण विषय पर चित्रकला, निबंध लेखन, मॉडल प्रदर्शनी, और नाटक के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा के महत्व की जानकारी दी जाएगी।
2. विद्यार्थियों को लाउडस्पीकर एवं गैर जरूरी हॉर्न के प्रयोग के विरुद्ध जागरूक करना

विद्यार्थियों को लाउडस्पीकर एवं गैर जरूरी हॉर्न के प्रयोग के विरुद्ध जागरूक करते हुए यह बताया जाएगा कि इससे ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है और स्वास्थ्य व पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बच्चों को ध्वनि प्रदूषण के बारे में निम्नलिखित बातें बताई जाएगी-
- लाउडस्पीकर का उपयोग केवल विशेष आयोजनों में प्रशासन की अनुमति से और निर्धारित समय (सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक) ही किया जाना चाहिए।
- स्कूल, अस्पताल और कोर्ट क्षेत्र साइलेंस जोन होते हैं, जहां लाउडस्पीकर और तेज आवाज वाले उपकरणों का प्रयोग सख्त मना है।
- गैर जरूरी हॉर्न से न केवल शोर बढ़ता है, बल्कि यह मानसिक तनाव और ध्यान में कमी का कारण बनता है।
नोट : स्कूलों में इसके बारे में सूचना दी जाए, पोस्टर लगाएं जाएं, और जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएं, ताकि ये संदेश अधिक प्रभावी बने और बच्चे इसे अपने परिवार और समाज में भी फैलाएं।
3. विद्यालय स्टाफ़, शिक्षक, विद्यार्थी एवं अभिभावकों के साथ पटाखा विरोधी अभियान हेतु जागरूक किया जाना।

- समस्त विद्यालय स्टाफ, प्रधानाध्यापक, अध्यापकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों की उपस्थिति में पटाखा विरोधी अभियान का आयोजन किया जाएगा।
- पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ दीपावली का संदेश दिया प्रसारित किया जाएगा।
- पटाखों से होने वाले प्रदूषण और स्वास्थ्य हानियों की जानकारी विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को दी जाएगी।
- विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को दीयों और प्रकाश से दीपावली मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- सभी को पटाखे न जलाने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प दिलाया जाएगा।
4. वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, जल प्रदूषण आदि पर निबन्ध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन।

- विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
- प्रतियोगिता का विषय वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण रखा जाएगा।
- विद्यार्थियों को पर्यावरण प्रदूषण के कारण, प्रभाव और समाधान पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा।
- शिक्षकों द्वारा प्रतिभागियों को रचनात्मक और तथ्यपूर्ण प्रस्तुति के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा साथ ही श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यवृत्त की PDF डाउनलोड करें

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