लखनऊ, 1 नवम्बर 2025 – प्रदेश में पेंशन प्राप्त करने वाले अब अपने मोबाइल फोन पर उमंग ऐप का उपयोग करके घर बैठे ही जीवन प्रमाण पत्र तैयार कर सकेंगे। इससे बुजुर्ग और अशक्त पेंशनर्स को कोषागार कार्यालयों में आने की आवश्यकता नहीं होगी।
गूगल प्ले स्टोर से उमंग ऐप डाउनलोड कर 'जीवन प्रमाण' सेवा का चयन कर पेंशनर्स अपने आधार और मोबाइल नंबर की सहायता से बायोमीट्रिक या फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से प्रमाण पत्र बना सकते हैं। इसके लिए प्ले स्टोर से आधार फेस आरडी ऐप भी डाउनलोड करना आवश्यक है। आधार से लिंक होने पर कैमरा की मदद से फेस कैप्चर करने पर जीवन प्रमाण पत्र तैयार हो जाएगा, जिसे डिजिलॉकर में सुरक्षित रखा जा सकता है।

सरकार की यह पहल तकनीकी माध्यम से पेंशन प्रणाली को और सरल एवं पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शासन ने सभी पात्र पेंशनर्स को इस सुविधा का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसी क्रम में शनिवार से कोषागारों में भी जीवन प्रमाण पत्र तैयार करने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए विभागवार विशेष काउंटर बनाए गए हैं। अलग-अलग विभागों के पेंशनर्स अपने निर्धारित काउंटर पर जाकर प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं।
काउंटर संख्या एक पर दिव्यांग व अशक्त पेंशनर्स, दो पर राजस्व, वाणिज्य कर, होमगार्ड और वन विभाग के पेंशनर्स, तीन पर कृषि, अल्पसंख्यक, अभियोजन व ग्राम्य विकास विभागों के पेंशनर्स, चार पर बेसिक शिक्षा विभाग, पांच पर माध्यमिक शिक्षा, छह पर विद्युत व पंचायती राज, सात पर पीडब्ल्यूडी व लोक सेवा आयोग, आठ पर पुलिस, आबकारी व परिवहन, नौ पर स्वास्थ्य विभाग और दस पर विधायक, न्यायिक तथा अखिल भारतीय सेवाओं के पेंशनर्स के प्रमाण पत्र बनाए जाएंगे।
इस डिजिटल व्यवस्था से हजारों पेंशनर्स को सुविधा और समय की बचत होने की उम्मीद है।

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