अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए जीएसटी दरों में और कटौती करेंगे : प्रधानमंत्री

अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए जीएसटी दरों में और कटौती करेंगे : प्रधानमंत्री

(जीएसटी) में सुधार जारी रहेगा। अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेंगे। जैसे-जैसे आर्थिक मजबूती बढ़ेगी, कर का बोझ कम होता जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण की शुरुआत करते हुए कहीं। इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान जीएसटी सुधार, मेक इन इंडिया पर बातें कीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की नीतियों की सराहना की और विपक्षी दलों पर निशाना साधा। मोदी ने कहा, वर्ष 2017 में जीएसटी लाया गया और अब जीएसटी की दरें घटाई गईं। आर्थिक मजबूती के साथ जीएसटी सुधार का सिलसिला जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी में संशोधन से देश के लोगों को ढाई लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई।
भारत में हर जरूरी चीज मौजूद: प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ कुशल युवा आबादी है। किसी देश में ये चीजें एक साथ नहीं हैं, भारत में निवेश के लिए जरूरी हर चीज है। कोई कंपनी बढ़ोतरी चाहती है तो भारत और यूपी सबसे आकर्षक निवेश स्थान है।
मजबूत बिजनेस मॉडल दें
मोदी बोले, आत्मनिर्भर भारत को मजबूती देने वाला बिजनेस मॉडल बनाइए। दूसरों पर निर्भर होने से ज्यादा विवशता कोई और नहीं हो सकती। बदलती हुई दुनिया में जो देश जितना ज्यादा निर्भर रहेगा, उसका विकास उतना ही प्रभावित होगा।
रूस से साझेदारी बढ़ा रहे
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत रूस के साथ समय सिद्ध साझेदारी और मजबूत कर रहा। उन्होंने मास्को के साथ एके- 203 राइफल और ब्रह्मोस मिसाइलों के निर्माण में रक्षा सहयोग का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार व्यापार मेले का साझेदार देश रूस है। इसका मतलब है कि हम इस व्यापार मेले के माध्यम से एक समय-परीक्षित साझेदारी को और मजबूत बनाने में जुटे हैं।
चिप से लेकर शिप तक आत्मनिर्भर होगा देश
मोदी ने कहा कि भारत वर्ष 2047 तक विकसित होने के लक्ष्य पर बढ़ रहा है। संकल्प है आत्मनिर्भर भारत। दूसरों पर निर्भर होने से ज्यादा विवशता कोई और नहीं हो सकती। बदलती हुई दुनिया में जो देश जितना ज्यादा दूसरों पर निर्भर रहेगा, उसका विकास उतना ही प्रभावित होगा। इसीलिए भारत को अब किसी पर भी निर्भर रहना मंजूर नहीं। जो भी उत्पाद हम बना सकते हैं, बनाएंगे। हम चिप से शिप तक बनाना चाहते हैं।
पांच प्रमुख बातें
● आर्थिक मजबूती संग जीएसटी सुधार का सिलसिला चलेगा।
● निर्भर रहना मंजूर नहीं। चिप से शिप तक सब बनाना चाहते हैं।
● भारत में निवेश करने के लिए जरूरी हर चीज मौजूद है।
● आज देश का नागरिक स्वदेशी सामान खरीदना चाहता है।
● आत्मनिर्भरता को रिसर्च में निवेश के लिए जरूरी कदम उठा रहे।
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