चेकिंग में फंसेगी निजी व्यवसाय में लगे शिक्षकों की गर्दन
चेकिंग में फंसेगी निजी व्यवसाय में लगे शिक्षकों की गर्दन
संस, जागरण • हसनगंज दर्जनों विद्यालयों में ऐसे कुछ शिक्षक हैं जो अपनी राजनीतिक पहुंच, रसूख की हनक से बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। वह वेतन तो सरकार से विद्यालय में पढ़ाने का ले रहे । लेकिन उनको अपने दायित्व से लेना देना नहीं है। इन पर आरोप है कि पठन-पाठन के इतर दूसरे काम प्लाटिंग, ठेकेदारी, राजनीति आदि कामों में बड़ी शिद्दत से मेहनत कर रहे हैं। मजे की बात है कि बीईओ जानते हुए 'भी उनके रसूख की वजह से कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। जिसपर क्षेत्र के कई अभिभावक बीएसए से ऐसे शिक्षकों की शिकायत कर जांच कर कार्यवाही की मांग की।
बीआरसी कार्यालय में बीएसए संगीता सिंह सोमवार को निरीक्षण करने पहुंची थीं। जहां पर क्षेत्र के कई लोगों ने क्षेत्र के एक दर्जन शिक्षकों पर गैरजिम्मेदाराना कार्य करने का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्यवाही की मांग की। ऐसे शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए बताया कि कई विद्यालयों के शिक्षक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन न कर बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कुछ प्लाटिंग और ठेकेदारी करते है और शिक्षक संघ के संगठन बनाकर पदाधिकारी वन अपने विद्यालय में कम तथा दूसरे विद्यालय में
जाकर शिक्षकों को प्लाट खरीदने लिए तैयार करते है। आरोप लगाया कि रसूखदार शिक्षक विद्यालय के समय में ही बीआरसी सहित अन्य कार्यक्रमों में मंच पर बैठे मिलते है। जिनकी राजनैतिक पैठ मजबूत होने से बीईओ भी कुछ नहीं करते। जिस पर बीएसए ने ऐसे विद्यालयों की और शिक्षकों की सूची बनाकर क्रास जांच कराकर कार्यवाही करने की बात कही है। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि जो शिक्षक विद्यालय से समय से नहीं जाते और जो शिक्षक विद्यालय में नहीं रुकते है उनकी सूची बनाकर गुप्त रूप से क्रास जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।
