Google Pay यूजर्स के लिए बड़ी खबर! अब कार्ड से बिल या अन्य यूटिलिटी बिलों को भरने पर लगेगा Extra Charge, जानें पूरी डिटेल्स

Google Pay यूजर्स के लिए बड़ी खबर! अब कार्ड से बिल या अन्य यूटिलिटी बिलों को भरने पर लगेगा Extra Charge, जानें पूरी डिटेल्स

अगर आप गूगल पे के जरिए बिजली, गैस या अन्य यूटिलिटी बिलों का भुगतान करते हैं तो यह अपडेट आपके लिए महत्वपूर्ण है। गूगल पे ने अब क्रेडिट/डेबिट कार्ड से किए जाने वाले बिल पेमेंट्स पर सुविधा शुल्क (कन्वीनियंस फी) लागू कर दिया है, जबकि पहले यह सेवा मुफ्त में उपलब्ध थी। इसका सीधा असर छोटे लेनदेन करने वाले यूजर्स पर पड़ेगा, खासकर गैस और बिजली के बिल भरने वालों पर। 

क्या है नया नियम?  

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्ड से किए गए बिल पेमेंट्स पर 0.5% से 1% तक का अतिरिक्त शुल्क लगेगा, जिसमें जीएसटी भी जोड़ा जाएगा। हालांकि, यूपीआई (UPI) के माध्यम से भुगतान करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। यह शुल्क फोनपे और पेटीएम जैसे ऐप्स की तर्ज पर लागू किया गया है, जो पहले से ही समान सेवाओं पर फीस वसूलते हैं।  

कौन होगा प्रभावित?  

Rupay Card यूजर्स: रुपे कार्ड से बिल भरने पर भी यह शुल्क देना होगा। कुछ विशेष बिल श्रेणियों में तो कार्ड पेमेंट की सुविधा ही बंद कर दी गई है।  

छोटे लेनदेन: मुख्य रूप से 500-1000 रुपये तक के बिल पेमेंट्स पर यह चार्ज लागू होगा।  

दूसरों के बिल भरने वाले: अगर आप किसी दोस्त या परिवार के बिल का भुगतान करते हैं, तब भी शुल्क देना पड़ेगा।  

चार्ज कैसे कैलकुलेट होगा?  

भुगतान के समय बिल की राशि में सुविधा शुल्क स्वचालित रूप से जोड़ दिया जाएगा। इसकी गणना बिल के आकार, भुगतान के तरीके (क्रेडिट/डेबिट कार्ड), और अन्य शर्तों के आधार पर की जाएगी। पेमेंट पेज पर शुल्क का विवरण स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री में जाकर भी आप इस फी को चेक कर सकते हैं।  

 ट्रांजैक्शन फेल होने पर क्या होगा?  

अगर तकनीकी गड़बड़ी या अन्य कारणों से भुगतान विफल होता है, तो लगाया गया शुल्क 3-5 कार्य दिवसों में आपके खाते में वापस कर दिया जाएगा।  

 क्यों लगाया जा रहा है शुल्क?  

गूगल पे का कहना है कि यह निर्णय पेमेंट प्रोसेसिंग और प्लेटफॉर्म मेनटेनेंस की लागत को कवर करने के लिए लिया गया है। हालांकि, यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए इस माध्यम से भुगतान पर कोई फीस नहीं ली जा रही है।  

सुझाव: अगर आप बिल भुगतान पर होने वाले इस एक्स्ट्रा चार्ज से बचना चाहते हैं, तो यूपीआई या बैंक ट्रांसफर के विकल्प चुनें। साथ ही, हर ट्रांजैक्शन से पहले शुल्क का विवरण ध्यान से पढ़ें।

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