यूपी के शिक्षामित्रों को स्थानान्तरण/समायोजन का तोहफा, घर लौट सकेंगे 51 हजार शिक्षामित्र, ट्रांसफर में मिलेगी ये छूट

यूपी के शिक्षामित्रों को स्थानान्तरण/समायोजन का तोहफा, घर लौट सकेंगे 51 हजार शिक्षामित्र, ट्रांसफर में मिलेगी ये छूट।
  • स्थानांतरण/समायोजन के लिए शिक्षामित्रों को 60 अंकों का वेटेज दिया जाएगा, महानिदेशक स्थानांतरण की समय सारिणी जारी करेंगी।
  • शिक्षामित्रों को एक साल की सेवा के लिए एक नंबर का वेटेज मिलेगा।

लखनऊः प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख तैनात शिक्षामित्रों को नए साल पर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से बड़ा तोहफा दिया मिला है। शिक्षामित्रों को उनके घर या आसपास के जिलों में तैनाती के लिए सरकार ने आदेश जारी कर दिया है। शासन ने शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय स्थल ( पहले के तैनाती स्थल) वापसी का शासनदेश जारी किया है। इसके अलावा सभी शिक्षामित्रों को अपने वर्तमान कार्यरत विद्यालय में तैनात रहने का भी विकल्प सरकार की तरफ से दिया गया है। मौजूदा समय प्रदेश में 142000 शिक्षामित्र तैनात है, जो लंबे समय से अपने मूल विद्यालय में वापसी और मानदेय वृद्धि को लेकर लगातार मांग कर रहे थे।

Shkikshamitra Transfer

शिक्षामित्रों के स्थानांतरण या समायोजन के लिए शासन की ओर से वेटेज तय कर दिया गया है। यदि एक पद के लिए एक से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं तो 60 अंकों के वेटेज के आधार पर स्थानांतरण किया जाएगा। एक वर्ष की नौकरी के लिए एक अंक (अधिकतम 20 अंक) होंगे। जबकि असाध्य या गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षामित्रों या उनके पति/पत्नी या अविवाहित बेटे-बेटियों के लिए दस अंक, दिव्यांग शिक्षामित्रों या पति-पत्नी या अविवाहित बेटे-बेटियों लिए 10 अंक और एकल अभिभावक शिक्षामित्रों को दस अंक दिए जाएंगे। वहीं, जिन शिक्षामित्रों के पति/पत्नी सरकारी सेवा, केंद्र, राज्य सरकार या बेसिक शिक्षा के तहत कार्यरत हैं, उन्हें भी 10 अंकों का वेटेज मिलेगा।

शिक्षामित्रों के आवेदन पर डीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी इसी भारांक के आधार पर तबादले का निर्णय लेगी। समिति में सीडीओ, डायट प्राचार्य, बीएसए और सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी समग्र शिक्षा भी होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एमकेएस सुंदरम ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को शिक्षामित्रों के स्थानांतरण/समायोजन के लिए विस्तृत समय सारिणी तैयार कर शीघ्र आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला और महासचिव सुशील कुमार यादव ने कहा कि सरकार ने शिक्षामित्रों की काफी समय से चली आ रही मांग पूरी कर दी है, हमारी मांग है कि सरकार जल्द ही मानदेय बढ़ाने पर भी फैसला ले।

हर स्कूल में दो, नक्सली इलाकों में तीन होंगे शिक्षामित्रों के पद

मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से उन परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षामित्रों के दो पद चिन्हित किये जायेंगे जहां शिक्षामित्र नहीं हैं। जहां एक शिक्षामित्र तैनात है, वहां दूसरे शिक्षामित्र के पद चिह्नित किए जाएंगे। वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के जिन स्कूलों में एक भी शिक्षामित्र नहीं है, वहां तीन शिक्षामित्रों के पद चिन्हित किए जाएंगे। जहां एक कार्यरत है, वहां दो पद चिह्नित किये जायेंगे, जहां दो हैं, वहां एक पद चिह्नित किया जायेगा। बीएसए कार्यरत शिक्षामित्रों का पूरा विवरण मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट करेंगे। सभी शिक्षा मित्र अपनी लॉगिन आईडी का उपयोग करके मानव संपदा पोर्टल से डेटा डाउनलोड करेंगे और इसका प्रमाण पत्र बीईओ कार्यालय में जमा करेंगे।

यदि दो शिक्षा मित्रों का भारांक बराबर है तो वरिष्ठता के अनुसार आवंटन किया जाएगा।

यदि दो या दो से अधिक शिक्षा मित्रों को स्थानांतरण/समायोजन के संबंध में समान भारांक प्राप्त है तो वरिष्ठ शिक्षा मित्रों को नये विद्यालय आवंटन में वरीयता दी जायेगी। इससे पहले मानव संपदा पोर्टल के आंकड़ों के आधार पर प्रथम तैनाती वाले परिषदीय (मूल) प्राथमिक विद्यालय के अलावा अन्य विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों की तैनाती की जिलेवार सूची प्रकाशित की जाएगी। इस सूची का सत्यापन जिला समिति द्वारा किया जायेगा। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आवेदन कैसे करना है?

शिक्षामित्रों के समायोजन / स्थानान्तरण के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और उसके अनुसार ही आगे की पूरी कार्रवाई की जाएगी। महिला शिक्षामित्र को वर्तमान में कार्यरत विद्यालय में मूल विद्यालय जाने या दूसरे जिले में पति के घर की ग्राम सभा पंचायत वार्ड में परिषदीय विद्यालय में खाली शिक्षामित्र पद पर तैनाती का विकल्प दिया जाएगा। जो शिक्षामित्र अपने वर्तमान में कार्यरत विद्यालय में ही काम करने का विकल्प देते हैं ऐसे आवेदनों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी।


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