देवरिया। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को सदर बीआरसी स्थित शिक्षक भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष गेना यादव ने की, जबकि संचालन जिला प्रभारी विष्णुदेव प्रसाद ने किया। बैठक में टीईटी अनिवार्यता के मुद्दे पर रणनीति तय की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय सह-संयोजक अनिल यादव ने कहा कि देशभर के शिक्षक 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को अनिवार्य किए जाने के विरोध में अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त 2010 से पहले कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी लागू करना अन्यायपूर्ण है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

अनिल यादव ने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो संसद घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में देशभर के लगभग 10 लाख शिक्षक शामिल होंगे, जिनमें से उत्तर प्रदेश के 1.86 लाख शिक्षक दिल्ली पहुंचेंगे। देवरिया जिले से 2000 से अधिक शिक्षक इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
जिला संरक्षक कमलेश यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सहित चार राज्य सरकारों ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि केंद्र सरकार से वार्ता कर 23 अगस्त 2010 के एनसीटीई आदेश के पालन को सुनिश्चित कराए, जिससे शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हो सके।
जिला प्रभारी विष्णुदेव प्रसाद ने कहा कि 55 वर्ष की आयु पार कर चुके शिक्षकों के सामने बड़ी चुनौती है कि वे बच्चों को पढ़ाएं या स्वयं टीईटी की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि जनपद के सभी शिक्षक एकजुट हैं और दिल्ली कूच के लिए तैयार हैं।
जिला अध्यक्ष गेना यादव ने बैठक में शिक्षा मित्रों के मानदेय वृद्धि का मुद्दा भी उठाया और कहा कि बढ़ती महंगाई के दौर में सम्मानजनक मानदेय मिलना आवश्यक है ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।

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