लखनऊ। प्रदेश के पीएमश्री विद्यालयों में अब छात्रों की रचनात्मक और आलोचनात्मक सोच को निखारने के लिए नई पहल शुरू की जा रही है। इसके तहत सभी पीएमश्री विद्यालयों में प्रत्येक तीन महीने में त्रैमासिक पत्रिका प्रकाशित की जाएगी, जिसमें छात्रों की साहित्यिक और कलात्मक रचनाओं को स्थान दिया जाएगा। इस पत्रिका का पहला अंक दिसंबर 2025 से जारी होने जा रहा है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा इस संबंध में सभी डायट प्राचार्यों को विस्तृत दिशानिर्देश भेजे गए हैं। पत्रिका के संपादन व प्रकाशन हेतु जिला स्तर पर संपादक मंडल का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष संबंधित जिले के डायट प्राचार्य होंगे। संपादक मंडल में साहित्य रुचि रखने वाले एक खंड शिक्षा अधिकारी, पीएमश्री विद्यालयों के दो शिक्षक, डायट का एक प्रवक्ता और एक एसआरजी सदस्य शामिल किए गए हैं।

छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर जिले से दो छात्र और दो छात्राओं को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में जोड़ा जाएगा। सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हर माह की 10 तारीख तक छात्रों से प्राप्त रचनाएँ संपादक मंडल को उपलब्ध कराएं।
संपादक मंडल द्वारा विषयवस्तु की समीक्षा और मूल्यांकन किया जाएगा। छात्रों द्वारा भेजी गई कविताएँ, लेख, कहानियाँ, निबंध, एकांकी, पहेलियाँ, विज्ञान, रंगमंच, खेल, संस्कृति और पर्यावरण से जुड़ी रचनाओं को श्रेणीबद्ध कर श्रेष्ठ रचनाओं का चयन किया जाएगा। चयनित सामग्री ही त्रैमासिक पत्रिका में प्रकाशित होगी।
पहली और दूसरी त्रैमासिक पत्रिकाओं के प्रकाशन हेतु 97.584 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इस पहल से छात्रों की सृजनात्मकता को एक सशक्त मंच मिलेगा और विद्यालयों में नवाचार एवं अभिव्यक्ति संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।

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