नई दिल्ली: देशभर के शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट किया है कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया TET अनिवार्यता फैसले से किसी भी सीनियर शिक्षक को नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शिक्षकों के साथ खड़ी है और जो भी कदम उनके हित में उठाने की आवश्यकता होगी, वह निश्चित रूप से उठाए जाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांता मजूमदार ने भी कहा कि “हम शिक्षकों के पक्ष में जो भी करना होगा, करेंगे।” यह बयान तब आया जब पश्चिम बंगाल के लीडर ऑफ अपोज़िशन शुभेंदु अधिकारी ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और केंद्रीय मंत्रियों से इस पर चर्चा की।
शुभेंदु अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने “TET अनिवार्यता” से प्रभावित शिक्षकों के मुद्दे को पहले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री से और बाद में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बिहार में एक चुनावी प्रचार के दौरान मुलाकात कर साझा किया।
इस पर धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें आश्वस्त किया कि,
“आप वेस्ट बंगाल जाइए और सभी शिक्षकों को यह संदेश दीजिए कि केंद्र सरकार उनके साथ है। किसी भी सीनियर शिक्षक को परेशान होने की जरूरत नहीं है। जो भी आवश्यक कदम होंगे, हम उठाएंगे।”
इस बयान से देशभर में लाखों शिक्षकों के बीच उम्मीद की नई किरण जगी है, खासकर उन सीनियर शिक्षकों के लिए जो कोर्ट के आदेश से प्रभावित हो सकते थे।
सरकार का यह रुख शिक्षकों के हित में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।


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