14 नवम्बर 2024 को प्रातः 10 से 1 बजे के बीच प्रत्येक को-लोकेटेड आँगनबड़ी केंद्र में 'बाल मेला' का आयोजन किए जाने के संबंध में।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बच्चे की प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा और विकास में परिवार और समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अभिभावक और समुदाय का आंगनबाड़ी केंद्र के साथ संवाद और सहयोग बच्चे के सीखने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और समृद्ध बनाता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में समुदाय की सक्रिय सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए गए हैं, जिसमें बाल मेला जैसे कार्यक्रमों का आयोजन शामिल है। 

Children's Fair Day

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा - बुनियादी शिक्षा 2022 अनुसार, अभिभावक और शिक्षक के बीच सतत संवाद न केवल बच्चे की शैक्षिक यात्रा को बेहतर बनाता है, बल्कि बच्चे के समग्र विकास में भी योगदान देता है। उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में दिनांक 14 नवंबर 2024 को राज्य के सभी को लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों बाल मेले का आयोजन कराया जाना है। इस सम्बन्ध में विवरण एवं निर्देश निम्नवत् हैं-

बाल मेला आयोजित किये जाने के उद्देश्य :-

बाल मेला के माध्यम से 3 से 6 वर्ष के बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान किया जाएगा जिसमें आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से उनकी रचनात्मकता और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करना है। इस मंच का एक अन्य महत्त्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि अभिभावक अपने बच्चों के साथ विभिन्न गतिविधियों का आयोजन घर पर करने हेतु प्रेरित हो सकें। बाल मेला के कुछ प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है - 

  1. स्थानीय कला, संस्कृति, और परिवेश से जुड़ी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करना ।
  2. अभिभावकों और समुदाय की शैक्षिक प्रक्रिया में भागीदारी को प्रोत्साहित करना ।
  3. खेल और गतिविधियों के माध्यम से औपचारिक शिक्षा के प्रति बच्चों और अभिभावकों की रुचि को बढ़ाना ।
  4. बच्चों के विकास, उनकी रुचियों, पसंद-नापसंद और आवश्यकताओं आदि के बारे में जनसामान्य को जागरूक करना ।

कार्यक्रम की रूपरेखा:-

बाल मेले का आयोजन दिनांक 14 नवम्बर 2024 को प्रातः 10 से 1 बजे के बीच प्रत्येक को-लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्र में किया जाएगा । कार्यक्रम का नेतृत्व संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, नोडल शिक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री द्वारा मिलकर किया जाएगा। 

कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में सभी बच्चों के अभिभावकों (माता एवं पिता दोनों), प्रधान, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों एवं अन्य समुदाय के लोगों को पहले से ही अवगत कराया जाएगा एवं उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। कार्यक्रम से संबंधित मिनट्-टू-मिनट निम्नवत् है—

प्रातः 10:00 बजे से 10:15 तक
जिम्मेदारी - प्रधानाध्यापक व नोडल शिक्षक द्वारा

  1. सभी अभिभावकों एवं अन्य प्रतिभागियों का स्वागत
  2. बाल मेले के आयोजन के उद्देश्य के बारे में संक्षिप्त चर्चा

प्रातः 10:15 बजे से 11:00 तक
आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा अभिभावकों के साथ मिलकर
  • बच्चों के साथ खेल गतिविधियों का आयोजन 
  • प्रमुख गतिविधियां - गुब्बारे फोड़ना, गेंद से बोतल पर निशाना लगाना, मुँह में चम्मच दबाकर नींबू दौड़ लगाना, धागे पर लटकी टॉफी उचक कर खाना आदि । सुविधानुसार कुछ परिवेशीय गतिविधियां जोड़ी जा सकती हैं। ध्यान दें उपरोक्त में से कम से कम दो गतिविधियाँ अवश्य करवानी हैं।
प्रातः 11:00 बजे से 11:45 तक
आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा

  • बच्चों व अभिभावकों के साथ रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन
  • प्रमुख गतिविधियां - चित्र में रंग भरवाना, मिट्टी से खिलौने बनवाना, चित्र में रंगीन कागज के टुकड़े चिपकाना एवं पत्तियों से पशु या पक्षी की आकृति बनाना इत्यादि गतिविधियां अभिभावकों के साथ मिलकर करेंगे। सुविधानुसार कुछ परिवेशीय गतिविधियां जोड़ी जा सकती हैं। ध्यान दें की उपरोक्त में से कम से कम दो गतिविधियाँ अवश्य करवानी हैं।

दोपहर 11:45 बजे से 12:30 तक
आंगनबाड़ी कार्यकत्री की मदद से बच्चों द्वारा

  • बच्चों के द्वारा गतिविधियों का प्रदर्शन
  • प्रमुख गतिविधियां - कविता सुनाना, कहानी सुनाना, वस्तुओं को छोटे से बड़े के क्रम में जमा कर दिखाना, अलग-अलग आकृतियों को छांटना, जमीन पर बिछाई गई रस्सी पर चलना इत्यादि । सुविधानुसार कुछ परिवेशीय गतिविधियां जोड़ी जा सकती हैं। ध्यान दें की उपरोक्त में से कम से कम दो गतिविधियाँ अवश्य करवानी हैं।

दोपहर 12:30 बजे से 01:00 तक
प्रधानाध्यापक, नोडल शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा

  • पुरस्कार वितरण: कार्यक्रम में सम्मिलित सभी बच्चों को पुरस्कार स्वरूप कुछ रंग अथवा कला की सामग्री दें, जो अभिभावक सक्रिय रूप से आंगनबाड़ी की गतिविधियों में शामिल होते हैं और उनके बच्चे नियमित रूप से आंगनबाड़ी सेंटर में आते हैं उन्हें पुष्प माला आदि से सम्मानित करें, जिससे अन्य अभिभावक भी प्रोत्साहित होकर अपने बच्चों को नियमित रूप से आंगनबाडी केन्द्र में भेंजे।
  • धन्यवाद ज्ञापन
  • जलपान की व्यवस्था जिम्मेदारी

सामान्य निर्देश:-

  • उक्त कार्यक्रम दी गयी समय सारिणी के अनुसार आयोजित किया जाये।
  • उक्त कार्यक्रम बेसिक शिक्षा विभाग के नेतृत्व में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के सहयोग प्राप्त करते हुए संचालित किया जाये।
  • "बाल मेला” कार्यक्रम में उपस्थित समस्त सदस्यों हेतु जलपान / भोजन की व्यवस्था सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए की जाये।

वित्तीय आवंटन एवं उपभोग:-

  • शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित प्रति को-लोकेटेड आंगनबाडी केन्द्र हेतु रू० 1500/- की दर से 60137 को - लोकेटेड आंगनबाडी केन्द्र युक्त विद्यालयों के विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में कुल रू० 902.05500 लाख की धनराशि की लिमिट (जनपदवार संलग्न विवरण के अनुसार) जारी की जा रही है। 
  • उक्त धनराशि में बाल मेला कार्यक्रम के आयोजन हेतु आवश्यक सामग्री जलपान, पुरस्कार आदि की व्यवस्था की जाये। प्रति विद्यालय निर्धारित धनराशि रू० 1500/- अधिकतम सीमा है तथा सीमा तक ही व्यय अनुमन्य होगा।
  • अवमुक्त धनराशि का उपभोग फाइनेन्शियल मैनेजमेंट एण्ड प्रोक्योरमेंट 2024 के प्राविधानों के अंतर्गत किया जाये तथा संबंधित व्यय पी०एम०एस० पोर्टल (प्रबन्धन) पर पूर्व प्राथमिक स्तर (PrePrimary Support to Pre-Primary Existing (Recurring)) शीर्षक के अंतर्गत वर्ष 2024-25 में अंकित किया जायेगा।
  • संबंधित मद में किये गये उपभोग से संबंधित बिल वाउचर आदि पत्राजात संबंधित विद्यालयों / कार्यालयों में संरक्षित रखे जायेंगे।
आदेश की PDF हेतु Download Now पर क्लिक करें




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